लापरवाही का आलम……

थाना समाधान दिवस में फिर नहीं पहुंचे तहसील अफसर, राजस्वकर्मियों को भेज कर की खानापूर्ति……
मोहनलालगंज, लखनऊ। जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण और जनता को न्याय दिलाने के उद्देश्य से शासन द्वारा हर महीने के पहले और तीसरे शनिवार को आयोजित होने वाले थाना समाधान दिवस की गंभीरता एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। मोहनलालगंज कोतवाली में शनिवार को आयोजित समाधान दिवस में तहसील प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आई।तहसील से महज कुछ कदम की दूरी पर स्थित कोतवाली परिसर में आयोजित इस कार्यक्रम में साढ़े ग्यारह बजे तक भी कोई तहसील अफसर मौके पर नहीं पहुंचा। अफसरों की जगह महज राजस्वकर्मियों को भेजकर खानापूर्ति कर दी गई, जिससे फरियादियों में नाराजगी देखी गई।समाधान दिवस के दौरान प्रभारी निरीक्षक दिलेश कुमार सिंह और अतिरिक्त निरीक्षक राम बाबू सिंह लोगों की समस्याएं सुनते नजर आए। पुलिस विभाग की ओर से गंभीरता जरूर दिखाई गई, लेकिन राजस्व विभाग की बेरुखी और गैरहाजिरी से लोगों की उम्मीदों को झटका लगा।फरियादी जमीन-जायदाद, सीमांकन, बंटवारे और अन्य राजस्व संबंधित शिकायतों को लेकर पहुंचे थे, लेकिन मौके पर न कोई लेखपाल था और न ही कोई नायब तहसीलदार या एसडीएम। इससे साफ जाहिर होता है कि अधिकारी समाधान दिवस को केवल औपचारिकता मान रहे हैं।स्थानीय लोगों का कहना है कि जब तहसील अफसर ही समाधान दिवस में मौजूद नहीं रहेंगे तो न्याय और समाधान की उम्मीद कैसे की जा सकती है। शासन के निर्देशों की इस तरह अनदेखी न केवल प्रशासनिक शिथिलता को दर्शाती है, बल्कि जनता के भरोसे पर भी चोट है।
जरूरत इस बात की है कि ऐसे अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो और समाधान दिवस को महज रस्म अदायगी नहीं, बल्कि जनता की समस्याओं के समाधान का असली मंच बनाया जाए।