पीली ईट लगाकर नाला निर्माण में की जा रही अनिमितता, हो रहा सरकारी धन का दुरूपयोग

बलराम मौर्य / बालजी हिन्दी दैनिक
अयोध्या। ग्राम पंचायतों में होने वाले कार्यो में सरकारी धन का प्रधान और सचिव चाहे जितनी अनिमितता कर ले उनकी खोज खबर लेने वाला कोई अधिकारी नही l लाखों रुपए की लागत से बन रहे नाला निर्माण में मानक को ताक पर रखकर कार्य कराया जा रहा है। जिसके चलते विभागीय एवं संबंधित ठेकेदार सरकारी धन की बंदरबाट कर रहे हैं। जिसको लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है। मामला विकासखंड तारुन अंतर्गत ग्राम पंचायत थरियाकलां का है। यहां ग्राम सचिवालय भवन से बहतीपुर गांव की तरफ लोगों के घरों तथा बरसात की पानी के निकासी के लिए एक नाला का निर्माण कराया जा रहा है। जो ग्राम पंचायत निधि से बन रहा है। गांव वासियों के अनुसार इसमें पीली ईंटों सहित घटिया सामग्री जैसे मोरंग के स्थान पर बालू का प्रयोग किया जा रहा है। इसको लेकर स्थानीय निवासियों ने शिकायत खंड विकास अधिकारी से की है। नाला का निर्माण भी अभी अधूरा है। कई जगह से टूट रहा है। इस बाबत जेई सत्येंद्र कुमार सिंह ने बताया कि नाला निर्माण का बजट 16 लाख रुपए का है। दो पार्ट में काम होना है। एक पार्ट काम हो चुका है। दूसरे पार्ट में पीली ईट को लेकर शिकायत आई थी। संबंधित ठेकेदार से काम को रुकवा दिया गया है और मानक से ईट को लगाने को कहा गया है। यदि कोई ग्रामीण शिकायत भी करता है तो उसकी शिकायत कागजों में ही दबी रह जाती है और काम चलता रहता है l अधिकारी कर्मचारी गुणवत्ता परक कार्य होने की अपनी अपनी रिपोर्ट लगाते रहते है l