उत्तर प्रदेशसीतापुर

मिश्रित तहसील में सम्पन्न हुआ सम्पूर्ण समाधान दिवस

डीएम व एसपी ने सुनी जनसमस्याएं , अधिकारियों को पारदर्शी व प्रभावी निस्तारण के दिए निर्देश।
ब्यूरो रिपोर्ट अनूप पाण्डेय 
 सीतापुर जनपद की मिश्रित तहसील में आज सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। जिलाधिकारी अभिषेक आनंद एवं पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने मौके पर पहुंचकर नागरिकों की शिकायतों को गम्भीरता से सुना और संबंधित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि समस्याओं का निस्तारण न्यायसंगत, समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण ढंग से सुनिश्चित किया जाए।
जिलाधिकारी ने विशेष रूप से राजस्व विभाग को सचेत करते हुए कहा कि गरीब, कमजोर एवं वंचित वर्ग की समस्याओं को प्राथमिकता पर लिया जाए तथा किसी भी प्रकार की शिथिलता या उत्पीड़न बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
निरीक्षक रामकोट व निरीक्षक संदना पर भड़के विधायक मिश्रित रामकृष्ण भार्गव।
       लगाए गंभीर आरोप, कहा कि मेरी सिफारिश की जांच करा ली जाए यदि गलत पाया जाए तो दूंगा इस्तीफा। माननीय विधायक ने कहा कि पुलिस मुकदमा लिखने से लेकर विवेचना करना तक करती है खेल। वसूली के चलते अपराधियों को देते हैं संरक्षण, या तो विवेचना के दौरान धाराएं हटा दी जाती है या फिर मुकदमा लिखने के दौरान तहरीर बदलवा दी जाती है। माननीय विधायक ने कहा कि मिश्रित, संदना, मछरेहटा, रामकोट के निरीक्षक पुलिस अधीक्षक एवम जिलाधिकारी को करते हैं गुमराह।
महिलाओं की सुरक्षा पर सख्त रुख, पुलिस को चेतावनी
हाल ही में आयोजित मिश्रित होली मेले में महिलाओं से छिनैती एवं चेन स्नैचिंग जैसी घटनाएं घटित हुईं, जिन पर जिलाधिकारी ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने पुलिस विभाग को सख्त चेतावनी दी कि यदि कार्यशैली में शीघ्र सुधार नहीं हुआ तो ऐसी अनुकरणीय कार्रवाई की जाएगी जो भविष्य के लिए नजीर बनेगी।
अपराध नियंत्रण पर उठे प्रश्न, पुलिस व्यवस्था पर सवाल
क्षेत्र में लगातार हो रही चोरी और लूट की घटनाओं पर जिलाधिकारी ने अपराध निरीक्षक से जवाब तलब किया। उन्होंने कहा कि छोटी-छोटी घटनाओं के खुलासे के लिए अपर पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक को स्वयं क्षेत्र में उतरना पड़ रहा है जो स्थानीय पुलिस तंत्र की अक्षमता को दर्शाता है।
मिश्रित थाने पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप
थाना मिश्रित की कार्यप्रणाली पर कई गंभीर आरोप सामने आए हैं। प्राप्त शिकायतों के अनुसार, एक प्रसिद्ध दलाल की थाने में गहरी सांठगांठ है। बताया गया कि पुलिसकर्मियों द्वारा तहसील से जमानत, जेल से रिहाई, जुए में संरक्षण एवं अवैध पेड़ कटान जैसे मामलों में कथित रेट लिस्ट बनाकर आर्थिक लेन-देन किया जा रहा है। यह भी आरोप है कि नाबालिग या लापता लड़कियों से संबंधित मामलों में बिना पिंक सेंटर भेजे ही समझौते कर लिए जाते हैं और पीड़ित पक्ष से अवैध धन की वसूली की जाती है।
पूर्व विरोध के बावजूद दलाल को मिला संरक्षण
क्षेत्रीय महिलाओं द्वारा पूर्व में उक्त दलाल का सार्वजनिक विरोध किया गया था, लेकिन इसके बावजूद उसे थाना परिसर में शरण दी गई। चिंताजनक यह है कि वर्तमान में भी उसकी पकड़ थाने में पूर्ववत बनी हुई है।
पुलिस थानों में भ्रष्टाचार और सांठगांठ के आरोप
थाना मिश्रित की कार्यप्रणाली पर नागरिकों द्वारा अनेक शिकायतें दर्ज कराई गईं। आरोप हैं कि कुछ दलाल किस्म के लोग पुलिस थानों में अवैध गतिविधियों में संलिप्त हैं तथा पुलिस के कुछ कर्मियों से उनकी मिलीभगत है। शिकायतों में जमानत, जेल से रिहाई, अवैध कटान, जुए की गतिविधियों एवं नाबालिकों के मामलों में मनमाने समझौते किए जाने जैसे आरोप शामिल हैं। यह भी कहा गया कि थानों में कथित तौर पर रेट लिस्ट के माध्यम से वसूली की जाती है। एक शिकायतकर्ता ने पुलिस अधीक्षक को प्रार्थना-पत्र दिया, जिसमें कुछ दबंगो ने उसे मारा पीटा, किंतु मिश्रित थाने में पैसे लेकर मुख्य आरोपी पर मुकदमा न लिखकर उनका नाम हटा दिया। पुलिस अधीक्षक अंकुर अग्रवाल ने थानाध्यक्ष मिश्रित को तलब कर कहा कि यहां फ्रॉड नही चलेगा। सभी आरोपियों पर कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
एक महिला शिकायतकर्ता द्वारा छेड़छाड़ से संबंधित शिकायत थाने में की गई किंतु कोई कार्यवाही नहीं कि गई उल्टे विपक्षी द्वारा मारपीट की गई।
     एक शिकायत ऐसी भी रही जिलाधिकारी महोदय के समक्ष जिसमें शिकायतकर्ता द्वारा आरोप लगया गया कि उसके खेत से दबंगों ने पेड़ काट लिया है, जिसकी शिकायत थाने पर की गई किंतु कोई कार्यवाही नही हुई। जिलाधिकारी ने निरीक्षक को निर्देश देते हुए कहा कि जांचकर मुकदमा पंजीकृत किया जाए।
नवागत पुलिस अधीक्षक की सख्ती भी बेअसर
हाल ही में नियुक्त पुलिस अधीक्षक द्वारा सख्त निर्देशों और चेतावनियों के बावजूद मिश्रित थाना क्षेत्र की कार्यशैली में कोई ठोस सुधार देखने को नहीं मिला है। यह संकेत करता है कि थाने स्तर पर कुछ पुलिसकर्मी अब भी पुराने भ्रष्ट तंत्र को संरक्षित करने में लगे हुए हैं।
जिलाधिकारी अभिषेक आनंद ने निर्देश दिये कि पूर्व में हुए समाधान दिवस में आये शिकायती प्रार्थना-पत्रों में से सभी विभाग पांच-पांच शिकायत निस्तारण के संबंध में शिकायतकर्ताओं से प्रतिपुष्टि अवश्य करंे।
तहसील मिश्रिख में सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर कुल 56 शिकायतों में से 06 का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। इसी प्रकार से जनपद की अन्य तहसीलों में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में तहसील लहरपुर में प्राप्त 42 प्रार्थना पत्रों में से 03, तहसील सिधौली में प्राप्त 56 प्रार्थना पत्रों में से 07, तहसील महोली में प्राप्त 38 प्रार्थना पत्रों में से 04, तहसील महमूदाबाद में प्राप्त 43 प्रार्थना पत्रों में से 07, तहसील बिसवां में प्राप्त 83 प्रार्थना पत्रों में से 07, तहसील सदर में प्राप्त 26 प्रार्थना-पत्रों में से 06 शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। शेष बची हुयी शिकायतों को पृष्ठांकित कर एक सप्ताह के अन्दर संबंधित अधिकारी को निस्तारित करने के निर्देश दिये गये।
सम्पूर्ण समाधान दिवस के दौरान उपजिलाधिकारी मिश्रिख शैलेन्द्र मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 सुरेश कुमार, जिला विकास अधिकारी हरिश्चन्द्र प्रजापति सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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