अयोध्याउत्तर प्रदेश

कारसेवक पुरम में भी हुआ गौवंश का पूजन

गौ हत्या करने पर फांसी की सजा का प्रावधान हो – विनायक

बलराम मौर्य / बालजी दैनिक
अयोध्या धाम l कारसेवक पुरम् की श्रीराम गौशाला में गोपाष्टमी पर सैकड़ो गौवंशो का वैदिक रीति से पूजन प्राधानाचार्य इंद्रदेव मिश्र के मार्गदर्शन में विहिप केंद्रीय सयुंक्त संगठन महांमत्री विनायक राव देश पांडेय ने किया। इस अवसर पर विहिप संगठन महामंत्री ने कहा गौवंशो को सुरक्षित रखने के लिये सरकारों को दृढइच्छा शक्ति का प्रदर्शन करना होगा। गौ हत्या करने पर फांसी की सजा का प्रावधान होना चाहिए तभी इस अमूल्य धरोहर को बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा प्राचीन काल से ही यह मान्यता चली आरही है कि “गावो विश्वस्त मातरः अर्थात गाय ही विश्व की माता है। भारत की तो यह आत्मा ही है । उन्होंने कहा गऊ पालन से परिवारों पर बोझ नही बल्कि परिवार सुखी सम्पन्न होगा। गोसेवा करने वाला मनुष्य हर संकटों से मुक्त रहता है।
इस लिए गऊवंश का संरक्षण संवर्द्धन हर हाल में होना चाहिए।
श्री राम गौशाला समिति के उपाध्यक्ष और पूर्व सांसद लल्लू सिंह ने कहा देश की सभी राज्य सरकारों से अपील करते हुये कहा कि गौरक्षण हेतु गौशालाओ को हर तरह से सहयोग करें तथा जगह –जगह पर गोचर भूमि छोड़ा जाय।आज गोचर भूमि पर आवासीय तथा व्यापारिक केन्द्र स्थापित हो रहे है।गांवो मे भी गऊ के स्थान पर भैंस और जर्सी पालन को प्रमुखता दी जा रही है।जिसके कारण देशी नस्ल के गऊवंश समाप्त हो रहे है।उन्होने कहा गौ भक्तो को हर हाल मे गऊवंश की रक्षा करनी ही होगी।
डाडिया मंदिर के महंत गिरीश दास ने गौ पालन को पवित्र कार्य बताते हुये कहा कि गौ आधारित कृषि ही हमारी मूल है। पूर्व में हम सभी गौ सेवा को देवी देवताओं की सेवा मानते रहे हैं। परिवार में मां के उपरांत किसी को दुग्धपान कराने का पवित्र स्थान प्राप्त है तो वह गौ माता का है।यह देश के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण है।
इस दौरान विहिप के संयुक्त महांमत्री कोटेश्वर शर्मा,केंद्रीय मंत्री राजेन्द्र सिंह “पंकज” कारसेवक पुरम् प्रभारी शिवदास सिंह, उमेश पोडवाल, सह प्रबंधक शरद शर्मा, वीरेन्द्र कुमार,विभाग मंत्री धीरेश्वर वर्मा, व्यवस्था प्रमुख बालचंद वर्मा,राजेन्द्र वर्मा, वरूण राय, ,सुभाष पांडेय, अनिल पांडेय,पवन तिवारी बब्लू सविता,कमला देवी आदि ने गौ वंश का श्रृंगार करके गुड़ और पूड़ियो का भोग लगाकर गौरक्षण संवर्धन का संकल्प लिया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button