विशेष बच्चों को ‘रंगोली ‘ के आधुनिक तरीके से रंगोली की विभिन्न तकनीकी बारीकियां व रंग भरने की कला – दीपा सिंह

अल्पना चित्रण कार्यशाला का आज हुआ समापन
बलराम मौर्य / बालजी हिन्दी दैनिक
अयोध्या धाम l उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संस्थान, लखनऊ, संस्कृति विभाग, उत्तर प्रदेश एवं वाणी विकलांग सेवा संस्थान श्रृंगारहाट, अयोध्या के संयुक्त तत्वावधान में सृजन अल्पना चित्रण कार्यशाला आठ दिन तक चली जिसमें विशेष बच्चों ने अल्पना के विभिन्न बारीकियों को अपने कैनवास पर सजाए। दिव्यांगों के लिए कार्य कर रही रंजना पाण्डेय जी एवं समाज सेविका श्रीमती नीलम श्रीवास्तव ने विशेष बच्चों को प्रोत्साहन सम्मान व आर्शीवाद दिया उन्होने कहा की यह कार्यशाला विशेष बच्चों को आगे बढ़ाने एवं उन्हें रोजगार परक बनाने हेतु की गयी। आयोजक समाजसेविका वाणी शुक्ला ने उत्तर प्रदेश लोक जनजाति संस्कृति संस्थान का विशेष आभार प्रकट किया और उन्होंने ने कहा की यह अवसर विशेष बच्चों के लिए शक्ति एवं प्रेरणा का काम कर रहा है। इस ग्रीष्मकालीन अल्पना चित्रण कार्यशाला की प्रशिक्षिका दीपा सिंह रघुवंशी ने विशेष बच्चों को ‘रंगोली ‘ के आधुनिक तरीके से रंगोली की विभिन्न तकनीकी बारीकियां व रंग भरने की कला सिखाई और कहा इस तरह की कार्यशाला निरंतर चलाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश लोक एवं जनजाति संस्कृति संसथान, लखनऊ के निदेशक श्री अतुल द्विवेदी ने विशेष बच्चों को आर्शीवाद प्रदान किया। नीरज,पल्लवी,लक्ष्मी, प्रेम, वंदना, कशिश, सुमन, सुधा, तेजस्व,वेदांश श्रेया,आख्या आदि बच्चो ने कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त किया।