उत्तर प्रदेशलखनऊ

सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी ने सुनी जन समस्याएं, मौके पर 130 प्रकरणों का निस्तारण

मोहनलालगंज। लखनऊ, जनसुनवाई को प्रभावी बनाने एवं जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आज जनपद लखनऊ की पांचों तहसीलों में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। तहसील मोहनलालगंज में आयोजित समाधान दिवस में जिलाधिकारी श्री विशाख जी० ने स्वयं उपस्थित होकर जनसमस्याएं सुनीं और अधिकारियों को त्वरित कार्यवाही के निर्देश दिए।

जिलाधिकारी ने बताया कि जनपद में कुल 743 प्रकरण प्राप्त हुए, जिनमें से 130 मामलों का मौके पर निस्तारण कर दिया गया। तहसील मोहनलालगंज में कुल 301 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 55 मामलों का मौके पर समाधान किया गया, जबकि शेष मामलों को संबंधित विभागों को एक सप्ताह की समयसीमा में निस्तारित करने हेतु सौंपा गया है।जिलाधिकारी ने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि जनसमस्याओं के समाधान में लापरवाही नहीं चलेगी। सभी अधिकारी विधिक प्रक्रिया का पालन करते हुए, गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध तरीके से मामलों का निस्तारण सुनिश्चित करें। साथ ही शिकायतकर्ताओं को निस्तारण की स्थिति से अवगत कराना अनिवार्य होगा।उन्होंने कहा, “समाधान दिवस का उद्देश्य यही है कि आमजन की समस्याओं को प्राथमिकता देते हुए स्थानीय स्तर पर ही उनका निस्तारण किया जाए। यह शासन की शीर्ष प्राथमिकताओं में शामिल है।” उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि निस्तारित मामलों की रिपोर्ट फोटो व वीडियो सहित प्रस्तुत की जाए और शिकायतकर्ताओं से कॉल करके फीडबैक भी लिया जाए।इस अवसर पर तहसील मोहनलालगंज में समाधान दिवस के दौरान एक मामले में लापरवाही पाए जाने पर नायब तहसीलदार प्रियंवदा मिश्रा को स्पष्टीकरण जारी किया गया और वेतन बाधित करने के निर्देश भी दिए गए। शिकायतकर्ता श्री हिमांशु तिवारी द्वारा प्रस्तुत पुराने प्रकरण में उच्च अधिकारियों से जांच न कराकर सीधे तहसील स्तर पर निस्तारण करना नियमों के विरुद्ध पाया गया।समाधान दिवस के दौरान अपर जिलाधिकारी नगर पूर्वी श्री अमित कुमार, ज्वॉइंट मजिस्ट्रेट व उप जिलाधिकारी श्री अंकित शुक्ला, तहसीलदार मोहनलालगंज, पुलिस, समाज कल्याण विभाग सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारीगण मौजूद रहे।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट रूप से कहा कि प्रत्येक समाधान दिवस के पश्चात अधिकारीगण स्वयं शिकायतकर्ताओं से संवाद स्थापित करें और यह सुनिश्चित करें कि उनका समाधान संतोषजनक है या नहीं। शासन की मंशा के अनुरूप जन समस्याओं के त्वरित और प्रभावी समाधान में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

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