जिलाधिकारी नेहा शर्मा का जनशिकायतों की उपेक्षा पर कड़ा रुख, लेखपाल को “मध्यावधि विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि” जारी

चकमार्ग पर अतिक्रमण मामले में कार्यशैली पर उठे सवाल
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोण्डा, 13 जून 2025। जनपद में पारदर्शी एवं जवाबदेह प्रशासन सुनिश्चित करने हेतु जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा द्वारा जनशिकायतों की उपेक्षा एवं पदीय दायित्वों के प्रति लापरवाही बरतने वाले कार्मिकों के विरुद्ध कड़ा रुख अपनाया जा रहा है। इसी क्रम में तहसील मनकापुर के लेखपाल श्री अम्बिकेश्वर प्रताप के विरुद्ध शुक्रवार को “मध्यावधि विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि” अंकित करते हुए उन्हें कठोर चेतावनी दी गई है।
प्रकरण के अनुसार, ग्राम बन्दरहा, परगना बभनीपायर, तहसील मनकापुर निवासी श्री जगदीश प्रसाद द्वारा चकमार्ग गाटा संख्या-4 एवं गाटा संख्या-11 पर अतिक्रमण हटवाने हेतु प्रस्तुत शिकायती पत्र पर क्षेत्रीय लेखपाल द्वारा बिना स्थलीय निरीक्षण एवं वादकारी का पक्ष सुने एक भ्रामक, सतही व अपूर्ण आख्या प्रेषित की गई। न तो उक्त रिपोर्ट में स्पॉट मेमो संलग्न किया गया और न ही निष्पक्ष गवाहों के हस्ताक्षर लिये गए।
जिलाधिकारी द्वारा प्रकरण की विस्तृत समीक्षा उपरांत यह स्पष्ट रूप से पाया गया कि संबंधित लेखपाल द्वारा अपने पदीय कर्तव्यों का समुचित पालन नहीं किया गया और जनशिकायत के प्रति घोर उपेक्षा का भाव प्रदर्शित किया गया है। यह आचरण न केवल जनहित की उपेक्षा है, बल्कि शासन की मंशा के विपरीत भी है।
इस गंभीर लापरवाही के दृष्टिगत जिलाधिकारी नेहा शर्मा द्वारा लेखपाल अम्बिकेश्वर प्रताप के विरुद्ध “मध्यावधि विशेष प्रतिकूल प्रविष्टि” दर्ज करने का निर्णय लिया गया है, जो उनकी सेवा पुस्तिका में एक नकारात्मक प्रशासकीय अभिलेख के रूप में स्थायी रूप से अंकित रहेगा। साथ ही, उन्हें सख्त निर्देशित किया गया है कि वे तत्काल अपनी कार्यप्रणाली में सुधार लाएं एवं भविष्य में सभी मामलों में नियमानुसार निष्पक्ष, सत्यनिष्ठ एवं संवेदनशील ढंग से कार्यवाही सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने यह भी स्पष्ट किया कि “जनशिकायतों के प्रति उपेक्षा की पुनरावृत्ति होने पर संबंधित कार्मिकों के विरुद्ध कठोर अनुशासनिक कार्यवाही की जाएगी।”