आठ माह बाद भी ब्लाईंड मर्डर का खुलासा करने में कटरा बाजार थाना प्रभारी नाकाम

इंस्पेक्टर राजेश सिंह को थाने की जिम्मेदारी संभाले बीते सात माह,खुलासा करना तो दूर युवती की नहीं करा सके शिनाख्त
अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोण्डा। जिले के कटरा बाजार थाना क्षेत्र के मंशापुरवा के निकट अज्ञात युवती की गला काटकर हत्या मामले में पुलिस अब तक खुलासा करना तो दूर घटना के आठ माह बाद तक शिनाख्त तक नहीं करा सकी है। बीते छह अक्टूबर 2024 को करीब 20 वर्षीय युवती की बोरे में भरी लाश मिली थी। धारदार हथियार से गला काटकर की गई इस निर्मम हत्या ने इलाके में सनसनी फैला दी थी। इस ब्लाइंड मर्डर को लेकर अब इलाके में तरह तरह चर्चाए जोर पकड़ रही है वहीं पुलिस की नाकामी से थाने के जिम्मेदारों की कार्यशैली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। इस मामले में पुलिस की ढीली कार्रवाई के चलते तत्कालीन प्रभारी निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता को एसपी विनीत जायसवाल ने लाइन हाजिर कर दिया था। उनकी जगह पांच नवंबर को एसपी विनीत जायसवाल के काफी भरोसेमंद और तेज तर्रार माने जाने वाले राजेश सिंह को थाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। लेकिन थाने का प्रभार संभालने के सात महीने बाद भी राजेश सिंह को भी कोई सफलता हाथ नहीं लगी है। इस असफलता से न केवल पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं, बल्कि एसपी के फैसले पर भी चर्चाएं शुरू हो गई हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस ने गंभीरता से जांच नहीं की। कई संदिग्धों से पूछताछ के बावजूद कोई ठोस सुराग नहीं मिला। इस ब्लाइंड मर्डर के खुलासे में देरी से जनता में असंतोष बढ़ रहा है, और पुलिस की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि घटना के दिन बाजार जा रहे लोगों ने सड़क किनारे पड़े बोरे पर खून के धब्बे देखे, जिसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने बोरे से शव निकाला, जिसमें एक युवती का शव था, जिसके गले पर गहरे घाव थे। शव का 72 घंटे बाद पोस्टमार्टम कराये जाने पर भी उंगलियां उठ रही हैं। सूत्रों के मुताबिक युवती से दुष्कर्म की आशंका जताई जा रही थी। बहुचर्चित ब्लाईंड मर्डर कांड के आठ महीने बीतने के बाद भी कटरा बाजार थाने की पुलिस अभी तक खाली हाथ है। वहीं इंस्पेक्टर राजेश सिंह को थाने की जिम्मेदारी संभाले 7 महीने बीत चुके हैं लेकिन घटना का खुलासा तो दूर युवती के शव की शिनाख्त तक नहीं करा सके हैं।