मिश्रिख विधायक रामकृष्ण भार्गव जी का पुलिस विभाग पर फूटा गुस्सा, बोले- जांच करा लो, गलत पाया जाऊं तो विधायकी से दे दूंगा इस्तीफा

मिश्रिख का तहसील दिवस बना नाराजगी का अखाड़ा
डीएम व एसपी के सामने कई थानेदारों को सुनाई खरी-खोटी
अपराध नियंत्रण तक पर विधायक ने उठा दिए प्रश्न
सीतापुर – आखिरकार आज वही हुआ जिसका सभी को इंतजार था। पुलिस विभाग से परेशान आम जनता तो कुछ बोल नहीं पा रही थी लेकिन आज खुद मिश्रिख के विधायक रामकृष्ण भार्गव के सब्र का प्याला आज उस वक्त छलक उठा जब तहसील दिवस चल रहा था और वह खुद डीएम अभिषेक आनंद तथा एसपी अंकुर अग्रवाल के साथ बैठकर समस्याएं सुन रहे थे। उन्होंने पुलिस विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए ऐसी-ऐसी बाते कह डाली जिससे खाकी के पर लगने वाले दागों को और भी गहरा कर दिया। उन्होंने आज वह सबकुछ कह दिया जो जनता ना जाने कब से चिल्ला रही थी लेकिन कोई बोलने को तैयार नहीं था।
निरीक्षक रामकोट व संदना पर भड़के विधायक
निरीक्षक रामकोट व संदना पर भड़के विधायक मिश्रित रामकृष्ण भार्गव ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरी सिफारिश की जांच करा ली जाए गलत पाया जाए तो इस्तीफा दे दूंगा विधायक ने कहा कि पुलिस मुकदमा लिखने से लेकर विवेचना तक में खेल करती है। वसूली के चलते अपराधियों को संरक्षण देते हैं,या तो विवेचना के दौरान धाराएं हटा दी जाती है या फिर मुकदमा लिखने के दौरान तहरीर बदलवा दी जाती है। विधायक ने कहा कि मिश्रित, संदना, मछरेहटा, रामकोट के निरीक्षक पुलिस अधीक्षक एवम जिलाधिकारी को यही अधिकारी गुमराह करते हैं। जिससे जनता के बीच सरकार की छवि धूमिल हो रही है।