राज्यहरियाणा

नायब सूबेदार ने कंचनजंगा गंगा पर फहराया तिरंगा, माउंट एवरेस्ट फतह का है सपना

नूंहः हरियाणा के नूंह जिले के उजीना गांव में जन्मे भारतीय सेना में नायब सूबेदार के पद पर कार्यरत नेहपाल सिंह ने हर शिखर तिरंगा मिशन में सफलता प्राप्त की है. उन्होंने विश्व की तीसरी सबसे ऊंची चोटी कंचनजंगा 8586 M (28156 फुट) पर भारतीय तिरंगा फहराकर अपना, अपने गांव का, जिले के साथ-साथ पूरे राज्य का नाम रोशन किया है. गांव उजीना के अलावा नूंह जिले के तमाम लोगों को अपने इस लाडले पर नाज है.

अगला मिशन माउंट एवरेस्ट फतेहः नेहपाल सिंह इससे पहले देश की 28 राज्यों की 49 ऊंची पहाड़ की चोटियों को नापकर वहां पर तिरंगा फहरा चुके हैं. उनकी इस सफलता के पीछे सबसे बड़ा हाथ कर्नल रणवीर सिंह जमवाल का है, जिनकी बदौलत यह बड़ा मुकाम हासिल हुआ. सेना में भर्ती होने के बाद से ही उजीना गांव के नेहपाल सिंह वर्ष 2011 से ही देश के अलग-अलग राज्यों की ऊंची पहाड़ियों पर तिरंगा फहराने के मिशन में जुटे हुए हैं. अब उनका अगला मिशन माउंट एवरेस्ट फतह करने का है. हरियाणा सरकार और सेना के आला अधिकारियों ने सहयोग दिया तो वे इस मुकाम को भी हासिल कर लेंगे.

देश के कई ऊंचे माउंटेन पॉइंट पर फहरा चुके हैं तिरंगाः नेहपाल सिंह ने कहा कि 16 अक्टूबर 2022 से 2 अक्टूबर 2023 तक लगभग 1 साल में उन्होंने और उनकी टीम ने अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड, मणिपुर, असम, मिजोरम, त्रिपुरा, मेघालय, हिमाचल, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, छत्तीसगढ़, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल राज्यों के ऊंचे माउंटेन पॉइंट पर तिरंगा फहराने का काम किया है.

साथियों ने बचा लिया वर्ना आज वह जिंदा नहीं होतेः देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के द्वारा “हर शिखर तिरंगा मिशन” की शुरुआत की गई थी. इस मिशन में मेवात के लाडले ने सफलता के झंडे गाड़े हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें कर्नल रणवीर सिंह जमवाल से बेहतरीन प्रशिक्षण मिला जिसकी वजह से यह मुकाम हासिल हुआ. सूबेदार नेहपाल सिंह ने कहा कि उनके साथ तकरीबन 30 सदस्य थे, जो समय-समय पर कई ग्रुप में बदलते रहते थे. उन्होंने कहा कि इस सफलता को पाने के लिए जान को पूरी तरह से जोखिम में डालना पड़ा. एक ऊंची पहाड़ी पर चढ़ते समय वह गिर गए थे और कुछ सेकंड में उनके साथियों ने उन्हें बचा लिया. वर्ना आज वह जिंदा नहीं होते.

इस ऊंचाई पर पहुंचने वाले पहले हरियाणा वासीः कुल मिलाकर हरियाणा के नूंह जिले के उजीना गांव में गरीब परिवार में जन्मे सेना में नायब सूबेदार के पद पर कार्यरत नेहपाल सिंह ने ऐसा मुकाम हासिल किया है, जिसे हरियाणा का आज तक कोई भी व्यक्ति हासिल नहीं कर पाया. देश भर के 28 राज्यों की ऊंची चोटियों को मापने और उस पर तिरंगा फहराने के बाद अब देश की सबसे ऊंची चोटियों में शामिल माउंट एवरेस्ट को वह फतेह करने का सपना बुनने लगे हैं. सबसे खास बात यह है की नूंह जिले का उजीना गांव सेना के जवानों की फैक्ट्री है. अभी भी करीब 500 से अधिक लड़के सेना में भर्ती हैं और इससे भी अधिक सेवानिवृत्त हो चुके हैं, लेकिन नेहपाल ने एक अलग पहचान बनाई है.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button