उत्तर प्रदेश

जिसके हृदय में बिहारी जी है, उसके जीवन में कभी अंधेरा नहीं आ सकता – ज्ञानेश त्रिपाठी

निगोहा जिसके हृदय में बांके बिहारी जी की आस्था है उसके जीवन में कभी अंधेरा नहीं आ सकता है। जिस घर मे राधारानी की पूजा होती है वही घर व्रन्दावन है।उक्त उदगार निगोहा कस्बे में चल रही सात दिवसीय भागवत कथा में पहले दिन
व्यास पीठ से भागवत मर्मज्ञ ज्ञानेश त्रिपाठी ने भागवत कथा अनुष्ठान में कही। उन्होंने कहा मनुष्य को अहंकार को त्याग कर भगवत कार्य में लगना चाहिए प्रवचन के माध्यम से कार्तिक मास में भगवान श्री कृष्ण व राधा रानी की पूजा अर्चना के महत्व को बताया वही भगवत श्रोताओं को एक टिप्स दिए कि बच्चों को पहले खेलने के लिए उनकी इच्छा के अनुसार खिलोने दिये जाते थे आज जब बच्चा रोता है तो परिजन उसे मोबाइल फोन पकड़ा देते है।इसके पहले परिजन बच्चों को धार्मिक ग्रन्थों व किस्सों के बारे में बताते थे।छोटे बच्चों को मोबाइल से दूर रखें।
भागवत पंडाल में पहुंचे भागवत मर्मज्ञ पण्डित ज्ञानेश त्रिपाठी जी का शिवकिशोर गुप्ता व उनकी पत्नी किरन गुप्ता ने फूल मालाओं से स्वागत कर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर सनी गुप्ता,रवि गुप्ता,कमल गुप्ता,नन्द किशोर गुप्ता,राहुल गुप्ता,ऋषभ गुप्ता सहित सैकड़ों भक्त उपस्थित रहे।
ये भागवत कथा 7 दिन चलेगी।व 15 नवम्बर को ब्रम्ह भोज के साथ समाप्त होगी
उमेश गुप्ता

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