जनसेवा की अनुपम मिसाल बनी प्याऊ स्थापना — बाबू सुन्दर सिंह फाउंडेशन की सराहनीय पहल

निगोहां। गर्मियों की तीव्र तपिश में जब राहगीरों को एक घूंट ठंडे पानी की दरकार होती है, ऐसे समय में बाबू सुन्दर सिंह फाउंडेशन ने समाजसेवा की एक नई मिसाल कायम की है। सोमवार को बाबू सुन्दर सिंह ग्रुप ऑफ़ इन्स्टीट्यूशन्स के मुख्य द्वार के बाहर एक भव्य प्याऊ का उद्घाटन समारोह आयोजित किया गया।
इस जनकल्याणकारी प्रयास का शुभारंभ संस्थान के चेयरमैन आनंद शेखर सिंह एवं डॉ. ए. के. रावत ने संयुक्त रूप से किया। इस पहल का उद्देश्य केवल प्यास बुझाना ही नहीं, बल्कि मानवीय संवेदनाओं और पर्यावरणीय उत्तरदायित्व को भी साकार करना है।
प्याऊ की विशेषता यह है कि यहाँ न केवल राहगीरों के लिए शुद्ध और ठंडे पेयजल की व्यवस्था है, बल्कि पक्षियों के लिए दाना-पानी तथा पशुओं के लिए स्थायी जल स्रोत भी उपलब्ध कराए गए हैं। यह पहल “सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय” के भाव को चरितार्थ करती है।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक आलोक कुमार शुक्ला ने अपने विचार साझा करते हुए कहा, “यह प्याऊ हमारी संस्था के सामाजिक उत्तरदायित्व का एक प्रतीक है, जो सेवा को शिक्षा के साथ जोड़ने का प्रयास है।”
बाबू सुन्दर सिंह फाउंडेशन की यह पहल निःसंदेह समाज में सेवा, संवेदनशीलता और उत्तरदायित्व की भावना को सशक्त करती है। यह कार्य उस परंपरा को जीवंत करता है, जहाँ सेवा को सर्वोपरि धर्म माना गया है। आयोजन का समुचित समन्वय अनामिका मौर्य एवं अमित सिंह ने बखूबी निभाया।