उत्तर प्रदेशगोण्डा

बाढ़ से पहले गोण्डा में तटबंधों की सुरक्षा को मिली गति, घाघरा किनारे तटबंधों की मरम्मत व निर्माण कार्य तेज़

जिला प्रशासन ने बढ़ाई सतर्कता, बाढ़ पूर्व तैयारियां युद्धस्तर पर

तटबंदी कार्यों की प्रगति पर जिलाधिकारी की निगरानी, सकरौर व चरसरी तटबंध पर निर्माण कार्यों से बाढ़ सुरक्षा को बल

अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक

गोण्डा । जनपद में सरयू/घाघरा नदी के जलस्तर में संभावित वृद्धि को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन ने बाढ़ से पूर्व तटबंधों की मरम्मत और मजबूतीकरण के कार्यों को गति दे दी है। सिंचाई विभाग द्वारा नदी के बांये तट पर स्थित संवेदनशील स्थलों पर रिवेटमेंट निर्माण, स्पर पुनःस्थापना एवं स्पिल क्लोजिंग जैसे सुरक्षा कार्य युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं।

एल्गिन ब्रिज-चरसरी तटबंध के विभिन्न कि.मी. बिंदुओं पर स्पर निर्माण की परियोजनाएं संचालित हैं। इनमें कि.मी. 22.420, कि.मी. 22.720, कि.मी. 23.050 पर नए स्पर का निर्माण किया जा रहा है, जबकि कि.मी. 23.410 के डाउनस्ट्रीम में स्पिल को बंद करने का कार्य प्रगति पर है। इसके अतिरिक्त, कि.मी. 36.470 पर स्थित पुराने स्पर नोज को फिर से स्थापित किया जा रहा है।

इसी क्रम में, सकरौर-भिखारीपुर रिंग तटबंध पर भी बड़े पैमाने पर सुरक्षा कार्य हो रहे हैं। कि.मी. 10.250 से 10.550, कि.मी. 12.450 से 12.910 तथा कि.मी. 12.050 से 12.230 के मध्य रिवेटमेंट कार्य कराए जा रहे हैं। साथ ही, कि.मी. 12.240 और 12.450 पर पुराने स्परों की मरम्मत एवं पुनःस्थापना की जा रही है।

जिलाधिकारी श्रीमती नेहा शर्मा ने कहा है कि तटबंधों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है। सभी कार्यों की गुणवत्ता की नियमित निगरानी की जा रही है तथा यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि तय समय सीमा के भीतर सभी निर्माण कार्य पूर्ण कर लिए जाएं। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया है कि संवेदनशील तटवर्ती क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरती जाए और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए रैपिड रिस्पॉन्स टीमें तैयार रहें।

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