प्रधान और भाई को दबंगई पड़ी महंगी: पत्रकारों से अभद्रता व मारपीट के मामले में राकेश सिंह गिरफ्तार, मुकदमा दर्ज

अनिल कुमार द्विवेदी
बी न्यूज दैनिक
गोंडा। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमले का दुस्साहस करने वालों के लिए अब कानून का डंडा चल पड़ा है। कर्नलगंज थाना क्षेत्र के मोहम्मदपुर गढ़वार गांव में खबर कवरेज के दौरान पत्रकारों के साथ की गई अभद्रता, मारपीट और जान से मारने की धमकी के मामले में ग्राम प्रधान सुभाष सिंह के भाई राकेश सिंह को पुलिस ने 24 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने दोनों आरोपियों के विरुद्ध गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।
क्या है पूरा मामला?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 12 जून को दोपहर लगभग 2 बजे पत्रकारों को सूचना मिली कि ग्राम सभा मोहम्मदपुर गढ़वार की गौशाला में संरक्षित गायें बीमार हालत में भीषण धूप में तड़प रही हैं। जानकारी मिलते ही पत्रकार अभय प्रताप सिंह अपने साथियों बैजनाथ अवस्थी, रवि कनौजिया और सुधीर पांडेय के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति की वीडियोग्राफी करने लगे। इसी दौरान ग्राम प्रधान सुभाष सिंह के भाई राकेश सिंह वहां पहुंचे और पत्रकार रवि कनौजिया से उनका नाम पूछते ही उन्हें जातिसूचक शब्दों और भद्दी गालियों से अपमानित करना शुरू कर दिया। जब पत्रकार अभय प्रताप सिंह ने इसका विरोध किया, तो राकेश सिंह ने उनके साथ हाथापाई की, मोबाइल फोन छीनकर तोड़ डाला, शर्ट फाड़ दी और उनकी प्रेस आईडी भी छीन ली। घटना यहीं नहीं रुकी। राकेश सिंह ने सभी पत्रकारों को मौके से भाग जाने और जान से मारने की धमकी दी। बाद में राकेश और उनके भाई सुभाष सिंह खुद कोतवाली करनैलगंज पहुंचकर पत्रकारों को सुलह-समझौते के लिए धमकाने लगे और समझौता न करने की स्थिति में फर्जी मुकदमों में फंसाकर जेल भेजने की चेतावनी दी।
घटना का पूरा वीडियो पत्रकार बैजनाथ अवस्थी के मोबाइल फोन में रिकॉर्ड हुआ,जो अब इस केस का अहम सबूत माना जा रहा है। इससे प्रशासन और पुलिस को जांच में स्पष्ट दिशा मिल रही है।
पुलिस ने दिखाई तत्परता, राकेश सिंह गिरफ्तार
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए कोतवाली करनैलगंज पुलिस ने बिना देरी किए पत्रकार अभय प्रताप सिंह की तहरीर पर तत्काल एफआईआर दर्ज की और 24 घंटे के भीतर आरोपी राकेश सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, मामले में अन्य आरोपियों की भूमिका की जांच भी जारी है और शीघ्र ही और गिरफ्तारियां हो सकती हैं।
पत्रकार संगठनों का रोष, प्रशासन से कार्रवाई की मांग
घटना के बाद पूरे क्षेत्र के पत्रकारों में गहरा आक्रोश है। स्थानीय पत्रकार संगठनों ने इस घटना को लोकतंत्र की नींव पर हमला बताते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पत्रकारों ने चेताया कि यदि मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही हुई तो प्रदेशभर में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा।
पत्रकारों ने गौशाला में गायों की दुर्दशा की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने और उन्हें तत्काल सुरक्षा मुहैया कराते हुए ग्राम प्रधान सुभाष सिंह को भी गिरफ्तार किये जाने की मांग की है।