मोहनलालगंज में ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का आतंक, पुलिस और परिवहन विभाग की मिलीभगत से सड़कों पर मंडरा रहा खतरा..

मोहनलालगंज। लखनऊ, मोहनलालगंज क्षेत्र में इन दिनों ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों का आतंक सिर चढ़कर बोल रहा है। भारी मात्रा में लकड़ी, भूसा, मिट्टी और अन्य सामान से लदी ये ट्रॉलियाँ दिनदहाड़े मुख्य मार्गों पर बेधड़क दौड़ रही हैं, जिससे न केवल यातायात बाधित हो रहा है, बल्कि आम लोगों की जान भी जोखिम में पड़ गई है।सड़क सुरक्षा नियमों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। इन वाहनों पर न तो कोई चेतावनी संकेत लगे होते हैं, न ही लोडिंग की निर्धारित सीमा का कोई पालन किया जा रहा है। कई बार ये ट्रॉलियाँ इतना ओवरलोड होती हैं कि उनका संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।स्थानीय लोगों में आक्रोश, जिम्मेदारों पर गंभीर आरोप क्षेत्र के नागरिकों ने आरोप लगाया है कि स्थानीय पुलिस और परिवहन विभाग के कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से यह खतरनाक खेल बेखौफ जारी है। सूत्रों का कहना है कि सुविधा शुल्क लेकर इन ओवरलोड वाहनों को न सिर्फ छोड़ा जा रहा है, बल्कि उन्हें नियमित रूप से सड़कों पर दौड़ने की मौन स्वीकृति दे दी गई है।प्रशासनिक की चुप्पी किसी बड़े हादसे को न्योता क्षेत्र के नागरिकों का कहना है कि पहले भी कई बार ऐसी ट्रॉलियों से हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। नागरिकों का सवाल है—क्या प्रशासन किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहा है? आखिर कब जागेगा जिम्मेदार तंत्र?
प्रशासन की चुप्पी, कार्रवाई नदारद……
जब इस विषय में संबंधित विभागों से जानकारी लेने की कोशिश की गई तो कोई भी अधिकारी स्पष्ट जवाब देने को तैयार नहीं हुआ। वहीं, ट्रैफिक पुलिस के कुछ कर्मियों ने अनौपचारिक रूप से स्वीकार किया कि यह समस्या गंभीर है, लेकिन ‘ऊपरी दबाव’ के चलते वे कार्रवाई नहीं कर पा रहे।
जनहित में कार्रवाई की मांग……
स्थानीय सामाजिक कार्यकर्ताओं और जनप्रतिनिधियों ने जिला प्रशासन से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही इन ओवरलोड ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर रोक नहीं लगाई गई, तो वे आंदोलन करने को विवश होंगे।