योग भारतीय ऋषि परंपरा के साथ प्राचीन धरोहर भी – डॉ. विजेंद्र सिंह

अनुशासन के साथ सभी कार्य किए जाएंगे तो निश्चित दृढ़ संकल्प से सब कुछ मिल सकता हैं – कुलपति
बलराम मौर्य/ बालजी हिन्दी दैनिक
अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के क्रम में राजभवन की ओर से जारी गाइडलाइन के तहत योग मैराथन का आयोजन कुलपति कर्नल डॉ बिजेंद्र सिंह की अध्यक्षता में किया गया। योग मैराथन को विश्वविद्यालय के कुलपति ने परिसर से हरी झंडी दिखाकर धावकों को रवाना किया। योग मैराथन में लगभग 200 धावकों ने गूगल फॉर्म के माध्यम एवं सीधे तौर पर अपना पंजीयन कराया था। योग मैराथन के अध्यक्षीय उद्बोधन में कुलपति ने कहा कि हर मैराथन का एक निश्चित लक्ष्य होता है। यह एक बेहद प्राचीन परंपरा है। इसकी शुरुआत एथेंस से हुई थी। इस मैराथन के आयोजन का लक्ष्य योग है। योग भारतीय ऋषि परंपरा की प्राचीन धरोहर है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सद्प्रयासों का परिणाम यह रहा कि आज विश्व के 170 देश में अंतर्राष्ट्रीय योग का आयोजन हो रहा है। मैराथन मनोभावना को दर्शाता है, शारीरिक शक्ति को नहीं। कुलपति ने अपील करते हुए कहा कि सभी युवा मानसिक दृढ़ निश्चय से सहभागिता करें। यदि अनुशासन के साथ सभी कार्य किए जाएंगे तो निश्चित दृढ़ संकल्प से सब कुछ पाया जा सकता है। जीवन में समय प्रबंधन बेहद आवश्यक है। व्यवस्थित जीवन एवं स्वस्थ मस्तिष्क के लिए योग आवश्यक है। इससे आत्मविश्वास बढ़ता है। कुलपति ने आयोजक टीम एवं पुलिस प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सामूहिक सहयोग से इस प्रतियोगिता का सफल आयोजन हुआ है, सभी बधाई के पात्र हैं। योग मैराथन की इस प्रतियोगिता में प्रथम अमित कुमार एवं द्वितीय लवकुश निषाद दोनों धावक महाराजा इंटर कॉलेज के इंटरमीडिएट के छात्र रहे। तृतीय स्थान पर सचिन प्रजापति बीएससी प्रथम वर्ष का. सु. साकेत पीजी कॉलेज, अयोध्या रहे। महिला वर्ग में प्रथम स्थान श्वेता यादव बीए आवासीय परिसर द्वितीय स्थान पर साक्षी प्रजापति राजा मोहन गर्ल्स मनूचा पीजी कॉलेज, तृतीय स्थान पर शिवानी योग विभाग आवासीय परिसर रही। इस अवसर पर कुलपति का स्वागत प्रो. शैलेंद्र कुमार वर्मा द्वारा पुष्प गुच्छ देकर किया गया। योग मैराथन का संचालन डॉ. अनुराग पांडेय ने किया। इस अवसर पर कुलसचिव विनय कुमार सिंह, प्रो. एसएस मिश्र, प्रोफेसर हिमांशु शेखर सिंह, प्रो. आशुतोष सिन्हा प्रो. शैलेंद्र कुमार वर्मा, प्रो. सुरेंद्र कुमार मिश्र, डॉ राजेश कुमार सिंह डॉ. वीरेंद्र वर्मा डॉ. अनुराग सोनी डॉ. अर्जुन सिंह आलोक कुमार तिवारी सहित बड़ी संख्या में शिक्षक, कर्मचारी गण एवं छात्र उपस्थित रहे।